रीटेल सॉफ़्टवेयर एक, उपयोग अनेक| आजकल प्रोद्योगिकी यंत्रों और कंप्यूटर प्रोग्राम्स का बोलबाला है|
जरा सोचिये, यदि आपके घर में एक रिमोट होता, जिससे टीवी, डीवीडी, डीटीएच सेट टॉप बॉक्स, म्यूजिकल सिस्टम, वाशिंग मशीन और माइक्रोवेव सभी एक साथ कंट्रोल होता, तो कितना अच्छा होता! "पॉइंट ऑफ़ सेल रीटेल सिस्टम" बस यही करता है| आपकी दुकान के सभी कार्यों को बखूबी कम्प्युटराइज़ करके, आपके हाथ में एक रिमोट थमा देता है| अब आप, कभी भी और कहीं भी दुकान के सभी कार्यों को बारीकी से देख सकते है, समझ सकते हैं, और सिस्टम चेंज करना चाहें तो कर सकते हैं|
आपकी चाहे नुक्कड़ पर एक छोटी सी दुकान हो, या फिर एक बड़ा डिपार्टमेंटल स्टोर| माल की ख़रीद, बिक्री एवं मुनाफ़े संबंधित जानकारी तो आपको रखनी ही होती है| यह सारा काम दुकान पर लगे एक कंप्यूटर के ज़रिये बहुत ही आसानी से और वैज्ञानिक तरीके से हो सकता है|
उद्योग के विभिन्न पहलुओं को प्रणाली बद्ध करने के लिए अलग अलग सॉफ़्टवेयर और सिस्टम्स पाए जाते हैं| उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- इन्वेंट्री कंट्रोल सिस्टम – यह एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जिसमें माल के परचेज़ ऑर्डर कब देने हैं, कब दिए गए, कब माल आया, कितने दिनों में वह माल बिका और कितना स्टोरेज का ख़र्चा हुआ, यह सारी बातें आसानी से रिकॉर्ड कर सकते हैं और उसपर अमल कर सकते हैं|
- अकाऊंटिंग सॉफ़्टवेयर – इस प्रोग्राम के ज़रिये दुकान का सारा ख़र्चा, बिक्री कब और किसको, पैसे के बाकी लेन-देन और दिवस-मासिक-वार्षिक मुनाफ़े की टिप्पणी की जा सकती है|
- कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट सॉफ़्टवेयर – ग्राहक सम्बन्धी सभी तथ्यों को बनाये रखना, अच्छे ग्राहकों की सूची बनाना, उन्हें जन्मदिन व सालगिरह पर ग्रीटिंग भेजने के लिए एलर्ट देना, ख़रीद पर पॉइंट्स या डिस्काउंट देना, सेल लगने की खबर पहुँचाना—अनेकों कार्य होते हैं ग्राहकों के दिमाग में दुकान का नाम बनाये रखने के लिए| इन सभी कार्यों की पूर्ति करता है "सी.आर.एम. सॉफ़्टवेयर"|
- ये सभी प्रोग्राम अपने आप में बहुत ही अच्छे हैं| मगर इनका संपूर्ण फल मिलता है, जब इन्हें साथ में उपयोग होने वाले हार्डवेयर के साथ उपयोग में लाया जाए| पॉइंट ऑफ़ सेल रीटेल सिस्टम्स दुकानदार के नज़रिए से सारे प्रोग्राम, मशीनों और तकनीक का एकाकीकरण करता है|
- इन्वेंट्री कंट्रोल सॉफ़्टवेयर के साथ "बार कोड तकनीक" का आलंगन किया जाता है| इसके प्रयोग से डाटा एंट्री बिजली की गति से होती है, तथा उनमें ग़लतियों की गुंजाईश शून्य के बराबर होती है| बिलिंग के वक्त बार कोड स्कैनर से वस्तुओं के दाम और कोड नंबर फटाफट कंप्यूटर में डाल सकते हैं| स्टॉक लेने का काम भी इसके ज़रिये अति शीघ्रता से पूर्ण किया जा सकता है| पॉइंट ऑफ़ सेल रिटेल सिस्टम इससे सेल्स खाता बनाता है जो कि अकाउंटिंग सॉफ़्टवेयर से जोड़ा जा सकता है| इसके साथ ही वह ज्यादा बिकने वाले अथवा कम बिकने वाले वस्तुओं कि सूची बनाता है, और फिर किस वस्तु के साथ किस वस्तु को जोड़ कर बिक्री और मुनाफ़ा बढ़ाया जा सकता है, इसकी सलाह भी देता है|
- अकाऊंटिंग सॉफ़्टवेयर के साथ क्रेडिट कार्ड प्रोसेसर का उपयोग लाभदायक होता है| कई बार पर्स में रुपये कि कमी के कारण अच्छे ग्राहक ख़रीददारी नहीं कर पाते, या फिर कुछ ज़रूरी सामान ही ले पाते हैं| क्रेडिट/डेबिट कार्ड से पेमेंट देने कि सुविधा से ग्राहक नि:संकोच दुकान में पसंद आयी हर वस्तु को ख़रीद सकते हैं|
- सी.आर.एम. सॉफ़्टवेयर का मैग्नेटिक कार्ड रीडर और मैसेजिंग सिस्टम के साथ एकाकीकरण करने से उसका संपूर्ण लाभ मिलता है| अच्छे ग्राहकों को 'मेम्बरशिप कार्ड' दे कर, उनकी हर खरीद का पता रख सकते हैं| इससे डिमांड सम्बन्धी तथ्यों का पूरा डाटा बेस तैयार किया जा सकता है, और दुकान की बढ़ोतरी के लिए योजनायें बनायीं जा सकती है|
पॉइंट ऑफ़ सेल रिटेल सिस्टम दुकानों की अलग अलग ज़रूरतों के हिसाब से संकलित किया जाता है| यह उपयोग करने में जितना आसान है, उतनी ही आसानी से उद्योग को संभालने और बढ़ाने में मदद करता है|